ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स को मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट (एमआरएफए) की जरूरत है। इसके तहत 114 फाइटर जेट्स खरीदने की योजना है। इसकी वजह से दुनिया की तीन बड़ी कंपनियां कड़ी प्रतियोगिता में हैं जिनमें डैसो राफेल, बोईंग एफ-15ईएक्स और लॉकहीड मार्टिन का एफ-16 फाइटर जेट प्रमुख हैं।
लॉकहीड मार्टिन की पेशकश
लॉकहीड मार्टिन कंपनी भारतीय वायुसेना के मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट (एमआरएफए) के लिए अपने सबसे बेहतरीन फाइटर जेट एफ-16वी ब्लॉक70/72 को पेश कर रही है। इस फाइटर जेट की ताकत के बारे में पूरी दुनिया जानती है। इस जेट का ये वैरिएंट अत्याधुनिक, सटीक और घातक है।
इसमें लगा एएन/ एपीपीजी-83 एईएसए राडार दुश्मन टारगेट को पहचानने, पीछा करने और दुश्मन के हमलों से खुद को बचाने में माहिर है। इसके अलावा इसमें वाइपर शील्ड इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम लगा है।
एफ-16 फाइटर
यह जेट दुनिया के सबसे बेहतरीन एयरक्राफ्ट में से एक है। 48 सालों से कई देशों का भरोसेमंद फाइटर जेट है। अब तक करीब 4604 विमान बनाए गए हैं।
49.3 फीट लंबे प्लेन में एक बार में 3200 किलो फ्यूल आता है। यह करीब 2500 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है। पूरे हथियारों के साथ इसकी कॉम्बैट रेंज 546 किमी है। इसे सुपर वाइपर भी बुलाया जाता है।
इसमें एक 20 मिमी की रोटरी कैनन लगी है जो प्रति मिनट 511 राउंड फायर करती है। इसके अलावा इसमें 2 एयर-टू-एयर मिसाइल, 6 अंडर विंग, 3 अंडर फ्यूसलेज पाइलॉन बम लगाए जा सकते हैं।
इसके अलावा 4 रॉकेट या 6 हवा से हवा, हवा से सतह या हवा से शिप पर मार करने वाली मिसाइलें लगाई जा सकती हैं। इसमें आठ बम भी लगाए जा सकते हैं।