ब्लिट्ज ब्यूरो
मॉस्को। भारतीय नौसेना की ताकत में जल्द ही बड़ा इजाफा होने जा रहा है। भारत के लिए रूस में दो तलवार-क्लास स्टील्थ जंगी जहाज तैयार किए जा रहे हैं, जिनमें से एक इसी महीने नौसेना के पास पहुंचने वाला है। यह जहाज सुपरसोनिक मिसाइलों से लैस होगा। मॉस्को और नई दिल्ली ने 2018 में एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत रूस चार जंगी जहाज भारत को देगा। इनमें से दो जहाज का निर्माण रूस में होना है, जबकि बाकी दो मेक इन इंडिया पहल के तहत भारत में बनाएं जाएंगे। रूसी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने बताया कि ये युद्धपोत ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस होंगे, जिन्हें भारत और रूस ने मिलकर विकसित और निर्मित किया है।
रेंज 290 किलोमीटर : ब्रह्मोस एक क्रूज मिसाइल है, जिसमें जहाज-रोधी और जमीन पर हमला करने की क्षमता है। इसकी रेंज 290 किलोमीटर है और समुद्र तल पर 1235 किलोमीटर प्रति घंटे की सुपरसोनिक स्पीड से उड़ान भरने में सक्षम है। भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल का निर्यात भी शुरू किया है।
जानें जंगी जहाज की ताकत : तलवार क्लास फ्रिगेट का विस्थापन 3800 टन से अधिक है। यह दुश्मन के सतही जहाजों और पनडुब्बियों पर हमला करने के साथ ही हवाई खतरों का मुकाबला करने में सक्षम है। यह जंगी जहाज नौसेना की तोप, जहाजरोधी और वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों और टॉरपीडो से लैस होगा। चार फ्रिगेट में से पहला इस महीने ही स्थानांतरित होने वाला है।