ब्लिट्ज ब्यूरो
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 30 माओवादियों को ढेर करने के एक दिन बाद सुरक्षाबलों को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली, जब एक इनामी महिला नक्सली समेत कुल चार नक्सलियों ने सुकमा में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इसके अलावा एक अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने गरियाबंद के जंगलों में छुपाकर रखे नक्सलियों के एक खजाने को भी ढूंढ़ निकाला और लाखों रुपए की नकदी और विस्फोटक सामग्री बरामद की।
सुकमा में हुए आत्मसमर्पण की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में दो लाख रूपए की इनामी महिला नक्सली समेत चार नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। अधिकारियों ने कहा कि जिले में चार नक्सलियों कलमू आयते (35), नुप्पो रघु (27), मड़कम कोना (22) और सोड़ी लच्छा (27) ने सुरक्षाबलों के सामने हथियार डाले हैं, इनमें से नक्सली कलमू आयते ‘क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन’ की अध्यक्ष थी और उसके सिर पर दो लाख रुपए का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की नक्सलवाद उन्मूलन और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों के अमानवीय व्यवहार, आधारहीन विचारधारा और उनके शोषण से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की नक्सलवाद उन्मूलन और पुनर्वास नीति के तहत सहायता दी जाएगी। एक अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने प्रदेश के गरियाबंद जिले में जंगल में छिपाकर रखे गए नक्सलियों के खजाने को भी ढूंढ़ निकाला। यहां से उन्होंने आठ लाख रुपए की नकदी और विस्फोटक सामग्री बरामद की है।
सुरक्षाबलों ने जब पंडरीपानी गांव के जंगल में तलाशी अभियान चलाया तब एक पेड़ के नीचे संदिग्ध डंप की जानकारी मिली। जब सुरक्षाबलों ने वहां खुदाई की तब एक सफेद रंग की बोरी के भीतर लगभग पांच किलोग्राम का एक स्टील का डिब्बा मिला, जिसके अंदर आठ लाख रुपए नकद, 13 ज्वलनशील जिलेटिन विस्फोटक, नक्सली बैनर, डायरी और नक्सली साहित्य रखा हुआ था।