ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान से रिश्तों पर कहा है कि भारत की तरफ से शांति की हर कोशिश का जवाब पाकिस्तान ने शत्रुता और विश्वासघात से दिया। अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन से बातचीत के दौरान पीएम ने कहा, ‘दुनिया में जहां भी आतंकवादी हमला होता है, उसका सुराग किसी न किसी तरह पाकिस्तान की ओर जाता है। 9/11 हमलों के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन ने पाकिस्तान में शरण ली थी। दुनिया ने यह मान लिया है कि आतंकवाद पाकिस्तान में गहराई से जड़ें जमाए हुए है। हम पूरी उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान को सद्बुद्धि आएगी और यह शांति का रास्ता अपनाएगा।
आलोचना लोकतंत्र की आत्मा
पॉडकास्ट इंटरव्यू में पीएम ने आलोचना पर कहा, मेरा दृढ़ विश्वास है कि आलोचना लोकतंत्र की आत्मा है। अगर लोकतंत्र वास्तव में आपकी रगों में बहता है तो आपको इसे अपनाना चाहिए। इस पर विस्तार से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि अपने आलोचकों को हमेशा अपने करीब रखें। आलोचकों को आपका सबसे करीबी साथी होना चाहिए, क्योंकि सच्ची आलोचना के माध्यम से आप जल्दी सुधार कर सकते हैं और बेहतर अंतर्दृष्टि के साथ लोकतांत्रिक तरीके से काम कर सकते हैं। वास्तव में, मेरा मानना है कि हमें ज्यादा आलोचना करनी चाहिए और यह तीखी और वेल इनफॉर्ड होनी चाहिए।’ पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देशभर में यात्रा करने का उनका लंबा अनुभव, हर स्थिति में सीखने वाला होना उन्हें आसानी से निर्णय लेने में मदद करता है।
भारत-पाक में किसकी क्रिकेट टीम बेहतर है। खेल किस तरह से देशों के बीच संबंध बेहतर बनाने में भूमिका निभाते हैं।
मैं क्रिकेट का विशेषज्ञ नहीं हूं। मैं इस खेल के तकनीकी पक्षों के बारे में भी नहीं जानता, लेकिन नतीजों से पता चलता है कि भारत और पाकिस्तान में कौन सी टीम बेहतर है।
मुझे लगता है कि खेलों में पूरी दुनिया को ऊर्जावान बनाने की ताकत है। खेल की भावना विभिन्न देशों के लोगों को एक साथ जोड़ती है, इसलिए मैं कभी नहीं चाहूंगा कि खेलों को श्रेय न दिया जाए।
•क्या कभी अकेलापन महसूस किया।
मैं कभी अकेलापन महसूस नहीं करता। मैं ‘वन प्लस वन’ सिद्धांत में विश्वास करता हूं। मैं वास्तव में कभी अकेला नहीं होता क्योंकि भगवान हमेशा मेरे साथ रहते हैं। मेरे लिए जन सेवा ही प्रभु सेवा है। मुझे ईश्वर और 140 करोड़ भारतीयों का समर्थन प्राप्त है।