ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक पॉडकास्ट में दुनिया को साफ संदेश दिया कि युद्ध और व्यापार से जुड़ी जिन बाधाओं से दुनिया जूझ रही है, उन्हें दूर करने में भारत अहम भूमिका निभाने को तैयार है। उन्होंने जहां अमेरिका और चीन को संदेश दिया, वहीं पाकिस्तान को अमन की राह पकड़ने की सलाह दी। देश में कई मुद्दों पर बढ़ती राजनीतिक कड़वाहट के बीच उन्होंने आलोचना को लोकतंत्र के लिए जरूरी बताया।
टैरिफ चेतावनी के बीच दोस्ती का इशारा
पीएम की हालिया अमेरिका यात्रा में वहां के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मोदी को किसी भी करार पर बहुत सख्ती से बातचीत करने वाला कहा था। ट्रंप ने भारत को ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी लगाने वाला बताकर जवाब में ज्यादा टैरिफ लगाने की चेतावनी भी दी थी। इस रुख के मद्देनजर लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट में मोदी ने जो संदेश दिया, वह अहम है।
पीएम ने ट्रंप के साथ अपने दोस्ताना संबंध को याद किया और कहा, जिस तरह वह ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति पर चल रहे हैं, उसी तरह हमारे लिए हमेशा ‘भारत फर्स्ट’ रहता है। पीएम का यह कहना भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार संधि से जुड़ी तैयारियों के लिहाज से अहम है, जिसमें कई चीजों पर दोनों देश टैरिफ में बदलाव करने पर बातचीत करेंगे।
‘विस्तारवाद नहीं, विकासवाद
का रास्ता सही
रूस-यूक्रेन युद्ध पर मोदी ने कहा, विस्तारवाद के बजाय विकासवाद का रास्ता सही होगा। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के प्रेजिडेंट वोलोदिमीर जेलेंस्की से खरी बात कह सकने की भारत की हैसियत का हवाला देकर कहा कि समझदारी इसी में है कि दोनों पक्ष एक टेबल पर आएं।
पॉडकास्टर ने रखा था उपवास
संवाद के दौरान फ्रिडमैन ने पीएम मोदी से कहा, ‘मैं आपको बताना चाहूंगा कि मैंने उपवास रखा है। लगभग 45 घंटे से मैं सिर्फ पानी पी रहा हूं। मैंने ऐसा इस बातचीत के सम्मान के लिए किया है, ताकि हम अध्यात्म वाले तरीके से बातचीत कर सकें। आप उपवास क्यों करते हैं? आप उपवास करते है तो आपके मन और दिमाग की स्थिति क्या होती है, कहा जाता है?
इस पर पीएम मोदी ने कहा, भारतीय शास्त्रों में शरीर, मन, बुद्धि, आत्मा और मानवता को ऊपर उठाने पर गहन चर्चा है। शास्त्रों में इसे प्राप्त करने के लिए कुछ परंपराएं और व्यवस्थाएं हैं और उपवास उनमें से एक है, लेकिन केवल उपवास ही सब कुछ नहीं है। कभी-कभी मैं देखता हूं कि उपवास अनुशासन विकसित करने का एक तरीका है। यह आंतरिक और बाहरी दोनों तरह के संतुलन को लाने का एक शक्तिशाली साधन है। जब आप उपवास करते हैं तो यह जीवन को बहुत गहराई से आकार देता है।