ब्लिट्ज ब्यूरो
मास्को। यूक्रेन संग तीन साल से चल रही जंग के बीच रूस ने पृथ्वी की कक्षा में तीन रहस्यमयी वस्तुएं छोड़ी हैं, जिससे इसके संभावित सैन्य मिशन को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। यह लॉन्च इस साल रूस का पहला अंतरिक्ष मिशन था और इसे रक्षा मंत्रालय के हित में संचालित किया गया बताया गया है। हालांकि, विशेषज्ञों को अंदेशा है कि रूस का इस मिशन के पीछे कुछ और उद्देश्य है। रूस ने भी अभी इस मिशन पर खुलकर बयान नहीं दिया है।
क्या है यह रहस्यमयी लॉन्च ?
स्पेस डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार पिछले दिनों प्लेसेत्स्क कॉस्मोड्रोम से सोयूज-2.1वी रॉकेट के जरिए तीन सैटेलाइट्स (कोस्मोस 2581, 2582 और 2583) को लॉन्च किया गया। ये उपग्रह लगभग 364 मील (585 किमी) की ऊंचाई पर एक नियर-पोलर ऑर्बिट में तैनात किए गए हैं। बाद में इन उपग्रहों ने संभावित प्रोक्सीमिटी ऑपरेशंस किए यानी वे अन्य अंतरिक्ष वस्तुओं के करीब जाकर गतिविधि कर रहे थे। खगोलविद जोनाथन मैकडॉवेल के अनुसार, 18 मार्च को कोस्मोस-2583 से जुड़ा एक नया ऑब्जेक्ट अलग हुआ है।
रूस ने नहीं दी कोई जानकारी
रूसी सरकार ने अभी तक इन सैटेलाइट्स की भूमिका पर कोई जानकारी साझा नहीं की है। आमतौर पर कोस्मोस मिशन गोपनीय होते हैं और इनमें सैन्य उद्देश्यों से जुड़ी तकनीक का उपयोग होने की संभावना जताई जा रही है।
वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
इस लॉन्च को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है।
खगोलविद् जोनाथन मैकडॉवेल ने कहा कि अमेरिकी स्पेस फोर्स ने कोस्मोस-2583 से जुड़े एक नए ऑब्जेक्ट को सूचीबद्ध किया है। एक अन्य यूजर बिरोल अलकान ने रूसी भाषा का एक वीडियो साझा किया, जिसमें एक “पारदर्शी गोलाकार वस्तु” दिखाई दे रही है। उन्होंने इसे हॉलीवुड फिल्म ‘ द डे द अर्थ स्टुड स्टिल’ में दिखाए गए कांच के गोले जैसा बताया।
सैन्य मिशन या कुछ और?
इस मिशन को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह रूस का सैन्य अंतरिक्ष मिशन हो सकता है, जिसमें गुप्त निगरानी या एंटी-सैटेलाइट (एएसएटी) तकनीक का परीक्षण किया जा सकता है। हालांकि, अभी तक इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।