ब्लिट्ज ब्यूरो
पेरिस | हौसले हालात के गुलाम नहीं होते। ऐसे ही जज्बे की मिसाल हैं- ब्रिटेन की निशानेबाज ग्रिनहम। 31 वर्षीय ग्रिनहम 7 माह की गर्भवती हैं और इस हालत में उन्होंने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। पैरालंपिक में ऐसा करने वाली वे पहली एथलीट बन गईं। टोक्यो पैरालिंपिक में ग्रिनहम ने स्वर्ण पदक जीता था।
यह आसान नहीं था, मेरे बच्चे ने किक मारना बंद नहीं किया है। ऐसा लगता है, मानो चिल्ला रहा हो कि मां आप क्या कर रही हैं? पर मुझे पता था कि मैं प्रतिस्पर्धा कर सकती हूं। मैं जितना अच्छा शॉट लगा सकती हूं ,उतना अच्छा लगाऊंगी। गर्भ में बच्चा हो या न हो, पदक जीत सकती हूं।