विनोद शील
नई दिल्ली। भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने पाकिस्तान को भारत की ताकत का भी अंदाजा करवा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का मिशन यही है कि देश की सेनाएं और भारत सशक्त बनें। इसके लिए मोदी सरकार ने सेना को 50 हजार करोड़ रुपये की आपातकालीन हथियार खरीद की मंजूरी दी है ताकि सेना को मिलने वाले इस अतिरिक्त बजट से तुरंत गोला-बारूद के साथ हथियारों की खरीद भी बढ़ाई जा सके और सेनाओं को अधिक मजबूत किया जा सके।
थल सेना, नौसेना और वायुसेना अब सीधे बम-बारूद, ड्रोन और अन्य हथियार तेजी से खरीद सकेंगे एवं खरीद प्रक्रिया में विलंब भी नहीं होगा। हालांकि, अगर जरूरत पड़ती है तो सरकार और अतिरिक्त बजट दे सकती है।
भारत ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई आतंकी और सैन्य ठिकानों पर जोरदार प्रहार किया जिसमें भारत ने अनेक विशिष्ट हथियारों का इस्तेमाल किया था। फिर दोनों देशों ने 10 मई को सीजफायर पर सहमति जताई थी। इसके साथ ही भारत सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देने के अपने तरीकों में पाकिस्तान सुधार नहीं करता है तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत शत्रुता समाप्त करना केवल एक ‘रणनीतिक विराम’ मात्र है।