ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। कारोबारी जगत में विकास चौधरी जाना माना नाम हैं। वह कई दिग्गज कंपनियों में लीडरशिप रोल में रहे हैं। इनमें रिलायंस जियो और आइमिया इंक सहित मल्टीनेशनल पब्लिक कंपनियां शामिल हैं। विकास चौधरी ग्रोथ कैपिटल (जीसी) फर्म प्लेबुक पार्टनर्स के संस्थापक हैं। इसका मुख्यालय मुंबई में है। यह ग्रोथ-स्टेज टेक-एनेबल्ड बिजनेस में निवेश करती है। हाल में इस कंपनी ने निवेशकों से 13 करोड़ डॉलर यानी करीब 1091 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
वेंचर ने जुटाए हैं 13 करोड़ डॉलर
ग्रोथ कैपिटल फर्म प्लेबुक पार्टनर्स बीते दिनों सुर्खियों में आई। इसने यूरोप, अमेरिका, मध्य पूर्व और भारत के जाने-माने ग्लोबल इन्वेस्टर्स से निवेश के पहले दौर में चार महीने के दौरान 13 करोड़ डॉलर से अधिक जुटाए हैं। इस कंपनी के संस्थापक वरिष्ठ पेशेवर, उद्यमी और निवेशक विकास चौधरी हैं। उनका निवेश की दुनिया में लंबा अनुभव रहा है। ग्रोथ स्टेज स्टार्टअप फंड एक प्रकार का निवेश है जो उन स्टार्टअप कंपनियों में किया जाता है जो अपनी शुरुआती अवस्था पार कर चुकी हैं और अब तेजी से बढ़ रही हैं। ये स्टार्टअप पहले से ही बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके होते हैं और उनके पास एक प्रोडक्ट या सर्विस होती है जो ग्राहकों को पसंद आ रही होती है।
बता दिया है आगे का प्लान
विकास चौधरी के मुताबिक, डिजिटल अर्थव्यवस्था में 5 गुना बढ़ोतरी के साथ भारत अगले दशक में पूरी वैश्विक आर्थिक वृद्धि में 15 प्रतिशत से अधिक का योगदान करेगा। उनका उद्देश्य भारत की आकांक्षात्मक वृद्धि और बदलाव को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना है। मकसद सिर्फ फंड मुहैया कराना नहीं, बल्कि क्षमतावान स्टार्टअप को आगे बढ़ाना है।
दो दशकों से अधिक का निवेश अनुभव
विकास चौधरी रिलायंस जियो, आइमिया इंक और टाटा समूह के साथ काम कर चुके हैं। उनके पास दो दशकों से अधिक का निवेश अनुभव है। उनके पोर्टफोलियो में 10 यूनिकॉर्न और आईपीओ के साथ इनमोबी, मिंत्रा, फ्रैक्टल, पॉलिसीबाजार, नजारा आदि जैसे नाम शामिल हैं।
हार्वर्ड से की है पढ़ाई
विकास चौधरी हार्वर्ड के पढ़े हैं। उनके पास अमेरिका और एशिया में व्यवसाय चलाने का अनुभव भी है। वह छह साल तक टोरंटो स्थित इन्वेस्ट होल्डिंग कंपनी आइमिया के इंडिया हेड रहे। विकास पिवट वेंचर्स (2010 – 2023) में एक पार्टनर भी थे, जो वैकल्पिक निवेश पर केंद्रित मल्टी-फैमिली ऑफिस है।