ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में टैक्स सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। बजट भाषण के दौरान सीतारमण ने इस शब्द का जिक्र 51 बार किया गया। इसके बाद टीडीएस/ टीसीएस, मेडिकल, सुधार, किसान, एमएसएमई, निर्यात, युवा, स्किल और शिपिंग जैसे विषयों पर भी जोर दिया गया। बजट भाषण की कुल अवधि 74 मिनट रही, जो अब तक का दूसरा सबसे छोटा बजट भाषण है।
उन्होंने 1 घंटे 14 मिनट के बजट भाषण में युवाओं, किसानों, महिलाओं, सर्विस सेक्टर, रोजगार, लोन और स्पेशल पैकेज से जुड़े हुए एलान किए।
वित्त मंत्री ने बजट में सबसे ज्यादा 51 बार टैक्स और 26 बार टीडीएस/टीसीएस का जिक्र किया। इसके बाद 22 बार कस्टम और टैक्सपेयर, 21 बार भारत, 20 बार मेडिकल, रिफॉर्म्स और किसान, 18 बार स्कीम, 17 बार एक्सपोर्ट और 15 बार एमएसएमई का जिक्र किया।
बजट में युवा, स्किल और स्टार्टअप को भी प्राथमिकता
युवा, स्किल और मैन्युफैक्चरिंग शब्द 11 बार बोले गए। सरकार ने डिजिटल इंडिया और टेक्नोलॉजी सेक्टर को मजबूत करने के लिए एआई, रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और ईवी बैटरी जैसे विषयों को भी बजट में जगह दी।
दवाइयों के आयात शुल्क पर छूट को महिलाओं ने सराहा
हरिद्वार। मध्य हरिद्वार के मायापुर में गृहिणी राधा वर्मा के मकान पर पड़ोस की महिलाएं बजट सुनने पहुंचीं। घर पर महिलाओं के लिए चाय-पानी की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान चाय की चुस्की के साथ महिलाएं टीवी पर बजट सुनतीं नजर आईं। इस दौरान टीवी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जरूरी दवाइयों के आयात शुल्क पर छूट देने की घोषणा की।
जरूरी दवाइयां सस्ती होने की घोषणा से महिलाएं बड़ी खुश हुईं। उनका कहना था कि दवाइयां सस्ती कर लोगों को बड़ी राहत दी गई है। सरकार ने जनता के हित को ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया है। वहीं बजट देखने पहुंची कुछ महिलाओं का कहना था कि इनकम टैक्स को छोड़ दें तो आम बजट में मध्यमवर्ग को कुछ खास नहीं दिया गया।