ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। फूल वाले बहुत से गार्डन आपने देखे होंगे लेकिन मुंबई में तितली वाला गार्डन भी है। इसका नाम ओवलेकर वाड़ी है। इसकी खासियत जान आप चौक जाएंगे। यह बाकी गार्डनों से पूरी तरह अलग है। यहां तितलियों के अनगिनत प्रकार मौजूद हैं। इसे ही देखने लोग इस इस गार्डन में घूमने आते हैं जो मुंबई के ठाणे में स्थित है।
1996 में खुला था
इस गार्डन के मालिक राजेंद्र ओवलेकर ने बताया कि उन्होंने इस तितली वाले गार्डन को 1996 में खोला था। उस समय ऐसा गार्डन दूर-दूर तक कही नहीं था, न ही किसी ने ऐसे गार्डन के बारे में सुना या सोचा था। तब से अब तक यह गार्डन हजारों तितलियों का घर है। इसमें जगह-जगह पेड़ पर तितली के अंडे देखने को मिलते हैं। ओवलेकर वाड़ी में तितलियों की कुछ ऐसी भी प्रजातियां हैं, जो भारत में में दूसरी जगह ढूंढ़ने से नहीं मिलेंगी। पहले इस गार्डन में 150 से भी अधिक प्रजातियों की तितलियां थीं।
गार्डन में जाने का सही समय और महीना
सितंबर महीने के बाद से दिसंबर तक तितलियों को देखने आने का एक दम सही समय है। यहां कोई भी घूमने आ सकता है। यह केवल रविवार के दिन ही खुला रहती है। एक व्यक्ति की फीस 100 रुपये है, जिसमें वो पूरे डेढ़ घंटे इस गार्डन में घूम सकता है। कई वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर यहां तितलियों के फोटो खींचने आते हैं।
तितलियों के लिए दो तरह के पौधे लगाने पड़ते हैं
राजेंद्र ओवलेकर ने यह भी बताया की इस गार्डन को शुरू करने से पहले वर्ष 1991 से 1996 तक उन्होंने बंजर जमीन पर ऐसे-ऐसे पौधे लगाए, जिनके पास तितलियां आकर्षित होती हैं। इन्हें नेक्टर प्लांट कहा जाता है। इन प्लांट से तितलियां जूस खींचती हैं और दूसरे वो प्लांट जिन पर वो अंडे देती हैं। इस प्लांट को होस्ट प्लांट कहा जाता है। इस गार्डन में स्टि्रप टाइगर, कॉमन क्रो, कमांडो और ब्लू बटन जैसी प्रजाति की तितलियां देखने मिलती हैं।