ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। भारत में 34 इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। इन 34 में से पांच सिर्फ अकेले एक ही राज्य में हैं। ये राज्य न तो महाराष्ट्र है और न ही कर्नाटक, गुजरात, केरल और तमिलनाडु जैसे पुराने समृद्ध राज्य भी नहीं हैं बल्कि यह है नॉर्थ इंडिया का एक राज्य उत्तर प्रदेश (उप्र) जहां भारत में सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। उत्तर प्रदेश में एक या दो नहीं बल्कि 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। उप्र से सीधे अमेरिका और अन्य देशों के लिए फ्लाइट मिलती हैं।
उत्तर प्रदेश में हाल के सालों में एविएशन सेक्टर में काफी विकास हुआ है। कई शहरों को नए हवाई अड्डे मिले हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में कई हवाई अड्डे बनाने का काम भी चल रहा है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय, घरेलू, हवाई स्टेशन और सीमा शुल्क सहित 20 से अधिक हवाई अड्डे हैं।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा हवाई अड्डे
उत्तर प्रदेश में देश के सबसे ज्यादा हवाई अड्डे हैं। सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय ही नहीं डोमेस्टिक एयरपोर्ट्स में भी उत्तर प्रदेश आगे है। उत्तर प्रदेश में आज की तारीख में 15 चालू हवाई अड्डे हैं। जो देश में किसी भी राज्य के लिए सबसे ज्यादा है। उत्तर प्रदेश में – आगरा, अलीगढ़, अयोध्या का महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, आज़मगढ़, बरेली, चित्रकूट, गाजियाबाद का हिंडन हवाई अड्डा, गोरखपुर, कानपुर, कुशीनगर, लखनऊ, मोरादाबाद, प्रयागराज, श्रावस्ती, वाराणसी और वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा आज की तारीख में उड़ान की सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
उप्र में कहां-कहां अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे
उप्र में देश का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यूपी में चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट चालू हैं, जबकि 2 पर तेजी से काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश के चालू इंटरनेशनल एयरपोर्ट में कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कुशीनगर, चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, लखनऊ, लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, वाराणसी और महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या चालू हैं।
जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर चल रहा है काम
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, जिसे जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के नाम से भी जाना जाता है, गौतम बुद्ध नगर जिले में प्रस्तावित एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अंदर आता है। इसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल (पीपीपी) के तहत तैयार किया जा रहा है। इसके 2025 तक चालू हो जाने की उम्मीद है। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास चार चरणों में किया जा रहा है और पूरा होने पर यह भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा।
भारत में कितने अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे
भारत में 34 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं जो कई राज्यों में स्थित हैं। इनमें से नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोलकाता, चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अहमदाबाद, गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अमृतसर, लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, गुवाहाटी, गोवा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सिविल एन्क्लेव), श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, श्रीनगर (सिविल एन्क्लेव), जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोझिकोड हवाई अड्डा, कालीकट, वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सिविल एन्क्लेव), पोर्ट ब्लेयर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (यूटी), इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली, छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुंबई, जीएमआर हैदराबाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, हैदराबाद, बैंगलोर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड, बेंगलुरु, कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोच्चि, भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नागपुर (महाराष्ट्र) महत्वपूर्ण हैं।
सबसे पुराना हवाई अड्डा
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्थित जुहू हवाई अड्डा, मुंबई भारत का पहला और सबसे पुराना हवाई अड्डा है जिसकी स्थापना 1928 में हुई थी। त्रिची हवाई अड्डा भारत का सबसे छोटा हवाई अड्डा है। कुशोक बकुला रिम्पोछे, लद्दाख 3256 मीटर की ऊंचाई पर दुनिया का 23वां सबसे ऊंचा वाणिज्यिक हवाई अड्डा है।
भारत में कुल 137 एयरपोर्ट
भारत में कुल 137 हवाई अड्डे हैं, जिनमें 34 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, 10 सीमा शुल्क हवाई अड्डे, 81 घरेलू हवाई अड्डे और रक्षा हवाई क्षेत्रों में 23 नागरिक परिक्षेत्र शामिल हैं। इसमें इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 5495 एकड़ में बना सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा भी है। कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, केरल भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जिसे पीपीपी मॉडल के तहत विकसित किया गया है।
13 एक्सप्रेसवे वाला देश का पहला राज्य यूपी
उत्तर प्रदेश देश का ऐसा राज्य बन गया है जहां देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क है। यूपी 13 एक्सप्रेसवे वाला देश का पहला राज्य है। इनमें से 7 एक्सप्रेसवे पर फिलहाल काम चल रहा है।
कुल 3200 किमी पर काम
एक्सप्रेसवे का काम कुल 3200 किमी पर चल रहा है। इन एक्सप्रेसवे के बनने के बाद विकास की रफ्तार में और तेजी आएगी।
सड़कों का जाल
यूपी में विकास को गति देने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान एक्सप्रेसवे पर तेजी से कम हुआ है।
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे
यूपी में एनसीआर और पश्चिमी यूपी के लोगों की सहूलियत के लिए बना दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे इसकी सफलता की कहानी बयां कर रहा है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पहले ही बन चुका है और अब गंगा एक्सप्रेसवे तेजी से बनाया जा रहा है।
गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे यूपी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का काम भी तेज गति से बन से रहा है।
कितने एक्सप्रेसवे
यमुना एक्सप्रेसवे 165 किलोमीटर, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे 25 किलोमीटर, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे 302 किलोमीटर, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस में 96 किलोमीटर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 341 किलोमीटर, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 296 किलोमीटर
एक्सप्रेसवे जिन पर हो रहा काम
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे 91 किलोमीटर, गंगा एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे 63 किलोमीटर, गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे 380 किलोमीटर, गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे 519 किलोमीटर, दिल्ली सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे 210 किलोमीटर, गाजीपुर-बलिया-मांझी घाट एक्सप्रेसवे 117 किलोमीटर।