ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की वृद्धि दर के अपने अनुमान को पहले के 6.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है। विश्व बैंक के भारत के निदेशक ऑगस्टे तानो कौमे ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी गति से बढ़ रही है, जो पिछली गति को बनाए रखेगी। विश्व बैंक के अनुसार वैश्विक वृद्धि महामारी से पहले के स्तरों की तुलना में धीमी रहने का अनुमान है।
यह बात ऐसे समय में सामने आई है जब पिछले सप्ताह के आंकड़ों से पता चला कि राष्ट्रीय चुनावों के दौरान सरकारी खर्च में गिरावट के कारण अप्रैल-जून तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि धीमी होकर 6.7 प्रतिशत रह गई।
निजी निवेश धीरे-धीरे आएगा
विश्व बैंक ने कहा कि भारत की मध्यम अवधि की आर्थिक वृद्धि दर अगले दो वित्तीय वर्षों के दौरान औसतन 6.7 प्रतिशत पर मजबूत बनी रहेगी। साथ ही उसने यह भी कहा कि उसे उम्मीद है कि निजी निवेश धीरे-धीरे आएगा और उपभोग में सुधार में मदद मिलेगी। भारत की अर्थव्यवस्था के लिए मुख्य चुनौतियों में रोजगार सृजन शामिल है। विश्व बैंक ने कहा कि शहरी बेरोजगारी दर औसतन 17 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी हुई है।