ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को तेज कर दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुपालन में नगर विकास विभाग ने आगामी श्रावण मास की कांवड़ यात्रा, सावन मेला और अन्य त्योहारों को देखते हुए नगरीय निकायों में सफाई, रोशनी और पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए व्यापक योजना शुरू की है।
इसके अलावा राज्य में 1 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 11 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान भी संचालित करने की योजना बनी है। इन तैयारियों को लेकर नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक आयोजित की गई।
माइक्रो प्लान बनेगा
प्रमुख सचिव ने सभी शहरी निकायों को सुबह 5 बजे से 8 बजे तक प्रतिदिन सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय स्तर पर माइक्रो-प्लान बनाकर सफाईकर्मियों की बीट तय की जाएगी, ताकि सड़कों, गलियों और मुख्य मार्गों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जा सके। घाटों और कांवड़ यात्रा मार्गों पर विशेष ध्यान देते हुए वहां विशेष सफाईकर्मी तैनात किए जाएंगे। एकत्रित कचरे और गाद को तुरंत लैंडफिल स्थलों या निर्धारित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे सड़कों पर गंदगी न फैले।
जलभराव-मच्छर नियंत्रण पर जोर
जलभराव की समस्या से निपटने के लिए चिन्हित क्षेत्रों में माइक्रो-प्लान बनाकर नियमित एंटी-लार्वा छिड़काव दिन में और फॉगिंग शाम को कराने के निर्देश दिए गए हैं। कांवड़ शिविर स्थलों पर भी प्रतिदिन एंटी-लार्वा स्प्रे और फॉगिंग अनिवार्य रूप से करने के भी निर्देश दिए गए। यात्रा मार्गों और अन्य नगरीय क्षेत्रों में ब्लीचिंग पाउडर, मलेथियान और चूने का छिड़काव भी नियमित रूप से किया जाएगा।
शौचालय- नालियों की सफाई पर फोकस
कांवड़ मार्गों और शिविर स्थलों पर पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग मोबाइल व अस्थायी शौचालय बनाए जाएंगे, जिन्हें दिन में कम से कम दो बार साफ किया जाएगा। यात्रा मार्गों पर झाड़ियों और अवांछनीय वनस्पति की सफाई, नालों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी।
पेयजल व्यवस्था होगी सुनिश्चित
कांवड़ मार्गों पर नियमित अंतराल पर पानी की टंकियां और प्याऊ लगाई जाएंगी। हैंडपंप, पाइपलाइन व अन्य जलापूर्ति उपकरणों की निगरानी व मरम्मत सुनिश्चित की जाएगी। जल के नमूनों का ओटी टेस्ट, विषाणुजनित, जीवाणुजनित और रासायनिक परीक्षण नगरीय निकाय और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। सीवर और जल पाइप लाइनों की जांच कर किसी भी प्रकार की टूट-फूट को तत्काल ठीक किया जाएगा।































