ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान एक तरफ भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर सबक सिखाया वहीं सीमा की निगरानी करने वाली बीएसएफ की प्रभावी भूमिका भी केंद्र में रही।
अपनी स्थिति के आकलन में जुटे बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने हमें अपनी तैयारियों को परखने का मौका दिया। जिस तरह मौजूदा मानव संसाधन क्षमता के साथ सुरक्षा बल ने अपनी ड्यूटी को मजबूती से अंजाम दिया, उससे जवानों का हौसला बढ़ा है। फिलहाल जवानों को अपनी रूटीन ड्यूटी पर जाने को कह दिया गया है। अधिकारी ने कहा, पाकिस्तान से तनाव के बीच पश्चिमी मोर्चे पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत की पहली रक्षा पंक्ति के रूप में मजबूती दिखाई। युद्ध जैसे हालात में सुरक्षा बल ने जबरदस्त साहस, रणनीतिक कौशल और प्रभावशीलता का प्रदर्शन किया। हालांकि, अब इसे ज्यादा मजबूती देने की दिशा में भी कदम तेजी से बढ़ाना है।
उन्नत निगरानी ग्रिड से पाकिस्तान की हरकत उजागर
अपने उन्नत निगरानी ग्रिड और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों की बदौलत बीएसएफ ने इस हरकतों का पता लगाया और सटीक जवाबी कार्रवाई शुरू की। सात आतंकियों को मारने के अलावा निगरानी फुटेज से पुष्टि हुई बीएसएफ ने दुश्मन के कई बंकर नष्ट कर दिए।
हर सीमा पर डटे रहे सीमा सुरक्षा बल के जांबाज
आंतरिक रिपोर्ट में बीएसएफ ने कहा है कि राजस्थान और गुजरात की रेत से लेकर पंजाब और जम्मू-कश्मीर के दुर्गम इलाकों तक बीएसएफ ने दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और असाधारण दक्षता के साथ भारत की पश्चिमी सीमा की रक्षा का काम बखूबी किया। बीएसएफ ने पूरी ताकत के साथ पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया, उनकी प्रणालियों को नष्ट किया और भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों को खत्म किया।