ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। कश्मीर के पहलगाम में सैलानियों पर आतंकवादी हमले को देखते हुए केंद्र सरकार उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) को विश्व का सबसे सुरक्षित रेलमार्ग बनाएगी।
दुनिया का यह पहला रेलमार्ग होगा, जहां रेलवे ट्रैक, रेल पुल सुरंग और ट्रेन परिचालन के लिए हथियारबंद रेल सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना की तैनाती होगी। रेलवे बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि यूएसबीआरएल के समूचे रेलमार्ग पर त्रिस्तरीय सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे। इस रेल लिंक को सात भागों में बांटा जाएगा।
बंकर बनाने का प्रावधान
इसमें बनिहाल-बारामूला सेक्शन को अति संवदेशनशील श्रेणी में रखा है। रेलवे के चिनाब पुल सहित दूसरे पुलों के दोनों छोर पर बंकर बनाने का प्रावधान होगा, जहां हथियारबंद अर्धसैनिक बल के जवान 24 घंटे पहरा देंगे। यह टुकड़ी पास के सेना कैंप के संपर्क में रहेगी और आपातकालीन स्थिति में संयुक्त रूप से काम करेगी।
दिन-रात होगी पेट्रोलिंग
रेलवे बोर्ड सूत्रों ने बताया कि रेलवे ट्रैक व सुरंग की राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), स्थानीय पुलिस व राज्य एजेंसियों के जवान दिन-रात पेट्रोलिंग करेंगे। वहीं सुरंग व पुलों के
दोनों तरफ लोहे के गेट लगेंगे, जिससे पहरेदारी होगी। रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ कर यात्री ट्रेनों को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के लिए जवान पैनी नजर रखेंगे। साथ ही चलती ट्रेन में विशेष रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और जीआरपी के हथियारबंद जवान सफर करेंगे।
कंट्रोल रूम से होगी निगरानी
सूत्रों ने बताया, सुरक्षा में तैनात स्कॉट पार्टी के जवानों के शरीर पर बॉडीकैम लगे होंगे और उनके पास वॉकी-टॉकी होगा। वहीं ट्रेन के इंजन, कोच, रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। रेलवे स्टेशन के कंट्रोल रूम से निगरानी की जाएगी। हादसे से निपटने के लिए इमरजेंसी क्विक रिस्पांस सेंटर बनेंगे। इसके अलावा, रेल प्रशासन राज्य एजेंसी के खुफिया विभाग के संपर्क में रहेगा।