ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है। ‘नेचर मेडिसिन’ जर्नल में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, साल 2022 में दुनिया भर में ब्रेस्ट कैंसर के करीब 23 लाख नए मामले सामने आए थे। वहीं लगभग 6.7 लाख महिलाएं इसके कारण अपनी जिंदगी की जंग हार गई थीं।
हाल ही में ब्रेस्ट कैंसर को लेकर एक नई स्टडी सामने आई है। इसमें बताया गया है कि हेल्दी और प्लांट-बेस्ड डाइट (शाकाहार) से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। खासकर उन महिलाओं में, जिन्हें पीरियड आना बंद हो चुका है। यह स्टडी अप्रैल 2025 में ‘जर्नल ऑफ हेल्थ पॉपुलेशन एंड न्यूट्रिशन’ में पब्लिश हुई है, जो कि ईरान की कुछ महिलाओं पर की गई है।
आज हम शाकाहार और ब्रेस्ट कैंसर के बीच कनेक्शन को समझेंगे। साथ ही जानेंगे कि-
– शाकाहारी खानपान ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कैसे कम करता है?
– इससे बचने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए?
– शाकाहार और ब्रेस्ट कैंसर के बीच कनेक्शन
शाकाहार और ब्रेस्ट कैंसर के बीच के कनेक्शन पर वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं। कई स्टडीज बताती हैं कि जो महिलाएं फल, सब्जियां, अनाज, बीन्स, नट्स और सीड्स जैसे प्लांट बेस्ड डाइट लेती हैं, उनमें मांसाहारी महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है। यह संभावित प्रोटेक्टिव प्रभाव शाकाहारी डाइट में मौजूद कुछ खास न्यूट्रिएंट्स और बायोएक्टिव कंपाउंड्स के कॉम्बिनेशन से होता है। प्लांट बेस्ड फूड्स में फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइटोकेमिकल्स की अच्छी मात्रा होती है। ये जरूरी पोषक तत्व कैंसर से प्रोटेक्ट करने में मददगार हैं। इसमें डीएनए को डैमेज होने से रोकना, इंफ्लेमेशन को कम करना और कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकना शामिल है।
कुल मिलाकर शाकाहारी डाइट ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार हो सकती है लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि कैंसर सिर्फ डाइट से जुड़ी बीमारी नहीं है। इसमें जेनेटिक कारण, लाइफस्टाइल और पर्यावरण भी बड़ी भूमिका निभाते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर रिसर्च फाउंडेशन (बीसीआरएफ) इस बात से सहमत है कि फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स को डाइट में शामिल करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है। अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च (एएसीआर) जर्नल में पब्लिश एक स्टडी भी बताती है कि हेल्दी और प्लांट बेस्ड डाइट से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। खासकर उन ट्यूमर का, जो तेजी से बढ़ने वाले होते हैं। वहीं वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड (डब्ल्यूसीआरएफ) के मुताबिक, शाकाहारी डाइट अपनाने से किसी भी प्रकार के कैंसर का रिस्क करीब 14% तक कम हो सकता है।